Monday, April 28, 2025
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वह मशहूर हस्तियाँ जिन्होंने साल 2024 में दुनिया को अलविदा कहा

रतन टाटा भारत के मशहूर उद्योगपति और टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष का निधन 9 अक्टूबर 2024 को हुआ. वह काफी अरसे से बीमार चल रहे थे और मुंबई के एक हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था. रतन टाटा ने टाटा ग्रुप की कई अहम कमियाबियों की दिशा तय की और उन्होंने टाटा ग्रुप को वैश्विक पहचान दिलाई

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Abida Sadaf
Abida Sadafhttp://globalboundary.in
आबिदा सदफ बीते 4 वर्षों से मीडिया से जुड़ी रही हैं। इन्किलाब अखबार से अपने पत्रकारिता जीवन की शुरूआत की थी। आबिदा सदफ मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद की रहने वाली हैं.

India: साल खत्म होने को है और हर कोई नये साल के स्वागत की तैयारी कर रहा है. यह साल कुछ लोगों के लिए कामियाबियों और खुशियों से भरा रहा, जब कि कुछ लोगों के लिए संघर्षों और गमों से भी भरा था. इस साल कई मशहूर हस्तियों ने दुनिया को अलविदा कहा. जिनमें राजनीति, फिल्म इंडस्ट्री, संगीत और अन्य क्षेत्रों के दिग्गज शामिल हैं.

1) रामोजी राव

रामोजी राव, जो हिंदुस्तानी मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री की एक बड़ी शख्सियत थे, 8 जून 2024 को हैदराबाद में 87 वर्ष की उम्र में निधन हो गए. वह रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक थे, जिसे उन्होंने 1996 में कायम किया था और यह दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म सिटी बन गया. इसके अलावा, उन्होंने ईटीवी चैनल अरु ईटीवी भारत चैनल को भी कायम किया, जो हिंदुस्तान के मुख्तलिफ हिस्सों में समाचार प्रसारण करते थे. उनका योगदान सिर्फ मीडिया तक ही सीमितनहीं था, बल्कि उन्होंने वित्त, फिल्म प्रोडक्शन, शिक्षा, पर्यटन और अन्य कई क्षेत्रों में भी कदम रखा.

2) रतन टाटा

रतन टाटा भारत के मशहूर उद्योगपति और टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष का निधन 9 अक्टूबर 2024 को हुआ. वह काफी अरसे से बीमार चल रहे थे और मुंबई के एक हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था. रतन टाटा ने टाटा ग्रुप की कई अहम कमियाबियों की दिशा तय की और उन्होंने टाटा ग्रुप को वैश्विक पहचान दिलाई. उनकी नेतृत्व क्षमता को हमेशा याद किया जाएगा.

3) सीताराम येचुरी

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव और बाएँ मोर्चे के प्रमुख नेता सीताराम येचुरी का 12 सितंबर 2024 को निधन हो गया. वह लम्बे अरसे से सांस की समस्या से पीड़ित थे और दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती थे. वह अपनी पार्टी के एक अहम नेता थे और हिंदुस्तानी राजनीति में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा.

4) नटवर सिंह

हिंदुस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और वरिष्ट कूटनीतिज्ञ नटवर सिंह का निधन 10 अगस्त 2024 को हुआ. उनकी उम्र 93 साल थी और दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था. नटवर सिंह को अपनी कूटनीतिक सेवाओं की वजह से शोहरत मिली और हिंदुस्तानी राजनीति में उनके योगदान को लम्बे समय तक याद किया जाएगा.

5) शारदा सिन्हा

मशहूर लोक संगीत की गायिका शारदा सिन्हा, जो बुलबुल-ए-बिहार के नाम से मशहूर हैं, 5 नवंबर 2024 को दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में निधन हो गया. अपनी गायिकी से उन्होंने न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे हिंदुस्तान में शोहरत हासिल की. उनकी गाई हुई धुनों ने कई पीढ़ियों के दिल जीत लिए और आज भी शारदा सिन्हा की आवाज़ लोगों के दिलों में बसी हुई है.

6) पंकज उधास

मशहूर गज़ल गायक पंकज उधास का निधन 26 फरवरी 2024 को हुआ. उनकी गज़ले आज भी लोगों के दिलों में गूंजती हैं और लाखों लोग उनकी आवाज़ को सुनकर भावुक हो जाते हैं. पंकज उधास ने हिंदुस्तानी संगीत के इतिहास में अपने लिए एक ख़ास जगह बनाई है और उनकी गज़ले सदियों तक याद रखी जाएंगी.

7) एस एम कृष्णा

कर्नाटका के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा का निधन 10 दिसंबर 2024 को हुआ. उनके शासनकाल में कर्नाटका में कई अहम विकास काम हुए थे. कृष्णा को खास तौर पर राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए जाना जाता है और उन्होंने हिंदुस्तानी राजनीति में अहम किरदार अदा किया.

8) रोहित बल

हिंदुस्तान के मशहूर फैशन डिज़ाइनर रोहित बल का 2 नवंबर 2024 को निधन हुआ. उन्होंने बॉलीवुड और हॉलीवुड के बड़े सितारों के लिए शानदार और भव्य डिज़ाइन तैयार किए थे. रोहित बल के डिज़ाइनों में एक खास आकर्षण और शाही ठाठ था. उनके निधन से हिंदुस्तानी फैशन इंडस्ट्री को गहरा नुकसान हुआ है.

9) ज़ाकिर हुसैन

हिंदुस्तान के मशहूर तबला वादक ज़ाकिर हुसैन का निधन 15 दिसंबर 2024 को हुआ. उनके योगदान से हिंदुस्तानी संगीत धारा में नयापन आया और उनकी संगीत यात्रा हिंदुस्तानी संगीत जगत के लिए एक प्रेरणा बनकर रहेगी. ज़ाकिर हुसैन की कला और संगीत की ध्वनियाँ हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगी.

इन सभी हस्तियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में अपार योगदान दिया और उनके कामों की छाप हमेशा हमारे साथ रहेगी. यह लोग हमारे लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने रहेंगे और उनके कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा.

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  • Abida Sadaf

    आबिदा सदफ बीते 4 वर्षों से मीडिया से जुड़ी रही हैं। इन्किलाब अखबार से अपने पत्रकारिता जीवन की शुरूआत की थी। आबिदा सदफ मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद की रहने वाली हैं.

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