Friday, March 14, 2025
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सीरिया के नाज़ुक हालात, दमिश्क पर विद्रोहियों का कब्ज़ा करीब

सीरिया में विद्रोहियों के हमलों के बढ़ने के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी चिंतित है. विद्रोहियों का दमिश्क को घेरने का प्रयास, सीरिया के भीतर राजनितिक अस्थिरता को और बढ़ा सकता है. विद्रोहियों ने राजधानी के नज़दीकी इलाके आर्बिन पर भी कब्ज़ा कर लिया है

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Iram Fatima
Iram Fatima
मेरा नाम इरम फातिमा है। मैं मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हूं और मैंने पत्रकारिता करियर दो साल पहले एक अखबार के साथ शुरू किया था और वर्तमान में पिछले कुछ महीनों से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हूं और ग्लोबल बाउंड्री में असिस्टेंट कंटेंट प्रोडूसर के रूप में काम कर रही हूं।

Syria: सीरिया में युद्ध का मंजर और भी भयानक होता जा रहा है. सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास विद्रोहियों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए बड़े पैमाने पर हमले किए हैं. विद्रोहियों का दावा है कि उन्होंने राजधानी को चरों तरफ से घेरने की प्रक्रिया को अंतिम चरण में पहुंचा दिया है, और अब उनका लक्ष्य दमिश्क पर कब्ज़ा करना है.

सीरिया में इस बार विद्रोहियों ने राजधानी के, महत्वपूर्ण स्थानों पर हमला बोला है. विद्रोहियों ने दमिश्क की सिदानिया जेल पर धावा बोल दिया है, जो बशर असद के विरोधी कैदियों से भरी हुई थी. यह हमला सीरिया सरकार के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि सिदानिया जेल को लेकर हमेशा विवाद रहा है और यहाँ कई राजनितिक कैदी रखे गए थे. विद्रोहियों ने इसके बाद बशर असद की सेना के टैंकों पर भी कब्ज़ा कर लिया जिससे असद की स्थिति और कमज़ोर हो हो गई है.

दरअसल, यह जंग के पीछे के कई कारण है, लेकिन इसका सबसे प्रमुख कारण अरब स्प्रिंग है. इसकी शुरुआत ट्युनिस से हुई थी. हुआ यह था कि वहां पर 10% शिया और 90% सुन्नी थे. इसके वावजूद वहां पर शियों की हुकूमत थी और वह सुन्नियों को परेशान करते थे जिससे तंग आकर वहां के एक लड़के ने 17 दिसंबर 2010 को सबके सामने अपने आप को जिंदा जला लिया था. जिसका नाम मोहम्मद बू अज़ीज़ी था, 2011 में उसकी मौत हो गई थी. बू अज़ीज़ी की मौत के बाद से वहां के लोगों में जोश आया और ट्युनिस समेत इसके अरीब करीब सभी देशों में धीरे धीरे करके हमला बोला और वहां का तख्ता पलट दिया.

2011 में सीरिया में भी लोकतंत्र की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे थे. लोग तब के तानाशाह राष्ट्रपति बशर अल असद को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन असद सरकार की सेना ने इन प्रदर्शनों को दबा दिया. इसके बाद, सीरिया में एक सशस्त्र विद्रोह शुरू हुआ, जिसमें शुरू में छोटे-छोटे उग्रवादी और सीरियाई सेना के कुछ विद्रोही शामिल थे. हालांकि, यह ताकतें बिखरी हुई थीं और उनकी विचारधारा भी अलग-अलग थी, लेकिन उनका एक ही लक्ष्य था, असद सरकार का तख्ता पलट करना. इन विद्रोहियों को विभिन्न विदेशी ताकतों का भी समर्थन मिला, जिनमें तुर्की, सऊदी अरब, यूएई और अमेरिका जैसे देश शामिल थे. पहले अलोप्पो, हमास पर कब्ज़ा किया अब दमिश्क पहुंचे हैं.

हाल ही में दमिश्क के हालात और गंभीर होते जा रहे हैं, वहां की सड़कों पर खुलेआम संघर्ष चल रहा है. इन संघर्षों के बीच स्थानीय मीडिया के अनुसार यह पता चलता है कि बशर असद का एक विमान राजधानी से उड़ान भर चुका है. हालाँकि, यह जानकारी अब तक पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है, और अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि विमान में कौन सवार था. खबर फैलती जा रही है कि असद अपने परिवार के साथ देश छोड़ सकते हैं.

सीरिया में विद्रोहियों के हमलों के बढ़ने के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी चिंतित है. विद्रोहियों का दमिश्क को घेरने का प्रयास, सीरिया के भीतर राजनितिक अस्थिरता को और बढ़ा सकता है. विद्रोहियों ने राजधानी के नज़दीकी इलाके आर्बिन पर भी कब्ज़ा कर लिया है. विद्रोही समूहों के बढ़ते प्रभाव से यह संभावना जताई जा रही है कि बशर असद का शासन अब खत्म हो सकता है. आने वाले दिनों में सीरिया की राजनितिक और सैन्य स्थिति को लेकर और भी बड़े बदलाव हो सकते हैं.

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  • Iram Fatima

    मेरा नाम इरम फातिमा है। मैं मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हूं और मैंने पत्रकारिता करियर दो साल पहले एक अखबार के साथ शुरू किया था और वर्तमान में पिछले कुछ महीनों से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हूं और ग्लोबल बाउंड्री में असिस्टेंट कंटेंट प्रोडूसर के रूप में काम कर रही हूं।

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