America: डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति का पदभार संभाल लिया. वहीं, जेडी वेंस ने 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. कैपिटल बिल्डिंग के ऐतिहासिक रोटुंडा में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा. ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, अमेरिका का स्वर्णिम युग अब शुरू हो चुका है.
शपथ ग्रहण समारोह स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:00 बजे हुआ. मुख्य न्यायाधीश जॉन रोबर्ट्स ने राष्ट्रपति ट्रंप को शपथ दिलाई. इस मौके पर अमेरिकी संसद के सदस्य, सुप्रीम कोर्ट के जज, ट्रंप परिवार और तकनीकी जगत के प्रमुख सीईओ शामिल हुए. कार्यक्रम की शुरुआत तीन धार्मिक नेताओं के आशीर्वाद और गायक क्रिस्टोफ़र मैकियो द्वारा राष्ट्रगान गाने के साथ हुई.
ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद अपने आधे घंटे के भाषण में कहा, ‘हम अमेरिकी इतिहास के चार सबसे महान वर्षों के कगार पर खड़े हैं. अगर अमेरिकी एक साथ काम करें, तो ऐसा कुछ भी नहीं जिसे हम हासिल नहीं कर सकते. इस बीच, सीनेट ने फ्लोरिडा के रिपब्लिकन सीनेटर मार्कों रूबियो को 72वें विदेश मंत्री के रूप में मंज़ूरी दे दी है. रुबियो के चयन को ट्रंप प्रशासन की कूटनीतिक रणनीति के अहम हिस्से के रूप में देखा जा रहा है.
राष्ट्रपति पद संभालते ही ट्रंप ने कई एग्ज़ीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए. इनमें दक्षिणी सीमा पर इमरजेंसी की घोषणा और पनामा नहर पर अमेरिकी नियंत्रण दोबारा हासिल करने की इच्छा प्रमुख थी. ट्रंप ने अपने समर्थकों को भी एक बड़ा तोहफा दिया. उन्होंने कैपिटल हिल में 6 जनवरी 2021 को हुए दंगों में शामिल 1500 से अधिक लोगों को माफ़ी देने का आदेश जारी किया. इसके बाद जेल में बंद ट्रंप समर्थकों की जल्द रिहाई की उम्मीद है.
ट्रंप प्रशासन ने अपनी प्राथमिकताओं में आवजन, ऊर्जा, व्यापार और विविधता नीतियों को शामिल किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य अमेरिका को सुरक्षित और समृद्ध बनाना है’. और यह भी वादा किया कि उनके नेतृत्व में अमेरिका वैश्विक मंच पर अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा फिर से हासिल करेगा. हम अमेरिका को वह मज़बूत देश बनाएंगे, जिसका हमारे बच्चों और नागरिकों को अधिकार है. डोनाल्ड ट्रंप का यह दूसरा कार्यकाल अमेरिका के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है.