हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग खत्म होने के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि अभी भी मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
घटना हाथरस के सिकंदराराऊ की बाजार के पास फुलरई गांव का है, जहाँ नारायण साकार हरि उर्फ़ भोले बाबा नाम के एक बाबा का सत्संग चल रहा था, जहाँ पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, इस घटना में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया है वहीँ मरने वालों के शव को पहचान के लिए परिजनों को सूचित किया जा रहा है।
घटना का कारण ये बताया जा रहा है कि जब बाबा भोले नाथ सत्संग के बाद निकल रहे थे तो लोग बाबा के दर्शन के लिए आगे बढ़ने लगे और बाबा के पैर छूने के चक्कर में धक्का मुक्की हुई और लोग पास के खेत में गिर गए जिसमे पानी भरा था। इस के बाद एक के ऊपर एक श्रद्धालु गिरते चले गए और देखते ही देखते कई दर्जन लोगों की मौत हो गई।
इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन में अपनी तरफ से शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने भी शोक सन्देश साझा किया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी अपनी संवेदना जताई है और सरकार पर सवाल भी खड़ा किया है। खबर है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल घटना अस्थल पर जाएंगे।
कौन हैं भोले बाबा?
दरअसल भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है वो उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के पटियाली तहसील के एक गाँव बहादुरनगर के रहने वाले हैं, वहीँ उनका एक आश्रम भी है। भोले बाबा बीते 17 वर्षों से प्रवचन देते हैं, इस से पहले वह पुलिस में नौकरी किया करते थे।