बच्चों के बीच मामूली कहा–सुनी के बाद बजरंग दल के गुंडों द्वारा इसे सांप्रदायिक रंग दे दिया गया।
लखनऊ: 11 अक्टूबर 2024 को जुमा के रोज़ समय लगभग 11.30 बजे दिन में ग्राम गुतवन थाना नेवढ़िया ज़िला जौनपुर के 15 वर्षीय तस्लीम और शाहनवाज़ गुतवन बाज़ार से अपने घर के लिए आ रहे थे। रास्ते में बाज़ार का दुर्गा पूजा पंडाल लगा हुआ था जिसके सामने पहुंचने पर तस्लीम और अजय में कहा–सुनी हो गई जिसके बाद अजय के गांव के ही अभिषेक, राहुल जिसका पहले से ही अपराधिक इतिहास है और विनायक ने मिलकर उपरोक्त दोनों मुस्लिम लड़कों को पीट दिया जिससे उसको गंभीर चोटे आई हैं।
दोनों पक्ष के लोगों ने बीच–बचाओ कर लड़ाई को शांत करने की कोशिश की लेकिन भीड़ में शामिल बजरंग दल के गुंडों ने मामले को सांप्रदायिक रंग दे कर माहोल को खराब कर किया।
देखते ही देखते सैकड़ो की संख्या में बजरंगदल के लोगों ने तलवार और लाठी डंडा लेकर पूरे बाज़ार में उपद्रव मचाया।
मुसलमानो के मकानों और दुकान को चिन्हित कर तोड़फोड़ की। मौके पर मिले मोटरसाइकिल को तोड़ा गया।दुकान के सामानों को लूटा गया।
अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज के लोगों को जान और माल का खौफ फैल गया और वह अपने-अपने घर से पलायन कर गए।
बजरंगदल के लोगों ने अपने राजनीतिक संरक्षकों का सहारा लेकर पीड़ित मुस्लिम समाज के लोगों पर ही मुकदमा दर्ज कराया। मुस्लिम समाज की दो महिला और दो पुरुष को पुलिस ने हिरासत में लिया, बाद में देर रात महिलाओं को छोड़ दिया गया तथा पुरुषों को थाने पर बैठा कर रखा हुआ है।
कैसर जहां पत्नी मुख्तार अहमद की ओर से पुलिस को शिकायती पत्र दिया गया है जो अभी तक थाने पर लंबित है। उसपर कोई FIR अभी तक नहीं दर्ज हुई है।
APCR की टीम ने आज दिनाक 12 अक्टूबर 2024 को मौके पर पहुंच कर क़ानूनी कार्यवाही में पीड़ितों की मदद को। और आगे भी मदद का आश्वासन दिया।
APCR की टीम में अधिवक्ता बाबू अली साबरी और टीपू सुल्तान बनारस से तथा मुहम्मद जुनैद, हाफ़िज़ कुद्दूस, रफीक हाशिम, बेचू और नूर हसन शामिल रहें।