America: 5 नवंबर, 2024 को हुए अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प ने दूसरी बार चुनाव जीतने में सफलता पाई. उन्होंने डेमोक्रेट्स पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को हरा कर देश के 47वें राष्ट्रपति के रूप में अपनी जगह बनाई. जीत के बाद उन्होंने कई अहम बातें अपने भाषण में कही.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हर 4 साल बाद होते हैं, लेकिन इसकी प्रक्रिया 1 साल पहले से शुरू हो जाती है. चुनावी प्रचार और उम्मीदवारों का चयन कई महीनों तक चलता है, और आखिरकार मतदान नवंबर में होता है. इस बार, 5 नवंबर को चुनाव हुआ, जिसमें अमेरिका के विभिन्न राज्यों के लोग वोट डालते हैं. अमेरिका में कुल 50 राज्य हैं, जिनमें से प्रत्येक राज्य को एक निर्धारित संख्या में इलेक्टोरल वोट्स मिलते हैं.
अमेरिका में कुछ राज्य स्विंग स्टेट्स कहलाते हैं, जो चुनाव के परिणाम को प्रभावित करते हैं. यह राज्य किसी भी पार्टी के साथ स्थिर नहीं होते और हर चुनाव में अपनी वोटिंग की प्रवृति बदल सकते हैं. यही कारण है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार इस राज्यों में ज़्यादा फोकस करते हैं. अगर किसी उम्मीदवार को स्विंग स्टेट्स में जीत मिलती है, तो उसे चुनाव जीतने की संभावना काफी बढ़ जाती है और चुनाव जीता हुआ भी हार जाता है. जैसे किसी स्टेट्स में 16 सीटें है तो उसका बहुमत 9 सीटों का होगा. तो अगर किसी कैंडिडेट को नौ सीट मिल गई तो वह जीत जाएगी. और जितनी सीटें दूसरे कैंडिडेट को मिली वो भी उसके पास चली जाएगी.
कमला हैरिस की हार के कई कारण माने जा रहे हैं. एक तो यह था कि बहुत सारे लोगों ने न चाहते हुए भी ट्रम्प को वोट दिया, क्यूंकि उन्हें विदेश नीति और अमेरिकी ताकत में विश्वास था और ट्रम्प का दृष्टिकोण अमेरिका को एक शक्तिशाली और प्रभावी देश के रूप में देखने का था. इस वजह से बहुत सारे लोगों ने कमला हैरिस को वोट नहीं दिया. इसके अलावा कमला हैरिस को एशियाई और अरब मूल के अमेरिकियों का समर्थन नहीं मिल पाया, खासकर फिलिस्तीन और गाज़ा के मुद्दे पर बाईडन के ज़माने में जो बदनामी हुई, यह बड़ा कारण रहा क्यूंकि इन समुदायों के लोग बहुत ज्यादा नाराज़ थे. और जो भी एशियन मूल के लोग थे वो डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ चले गए.
ट्रम्प की नीतियों में इमीग्रेशन और आतंकवाद के खिलाफ उनकी सख्ती भी अहम रही. उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान यह कहा था कि अमेरिका में केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा, जो क़ानूनी तरीके से आएं. इसके अलावा, उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिका की नीति को और सख्त बनाने का वादा किया. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने बहुत लम्बा चौड़ा भाषण दिया. पहले तो अपनी फैमली को धन्यवाद किया, जिन्होंने उनके चुनावी अभियान का समर्थन किया. उसके बाद उन्होंने टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क की भी सराहना की, क्यूंकि उन्होंने ट्रम्प को प्रेसिडेंट बनाने के लिए बहुत सारे चुनावी कैपेंन किए.
ट्रम्प ने इसके बाद कुछ अहम बाते कहीं उन्होंने कहा “अगले 4 साल तक अमेरिका एक गोल्डन एरा में होगा. हम नामुमकिन को मुमकिन बनाएंगे और अमेरिका को दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनाएंगे”. उन्होंने यह भी कहा कि स्विंग स्टेट्स के समर्थन के साथ उन्होंने इस चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है. इसके बाद उन्होंने एशियाई मूल के अमेरिकी नागरिकों का धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें वोट दिया. ट्रम्प ने अपने भाषण में यह भी कहा कि वह अमेरिका को किसी भी आतंकवादी हमले से बचाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने आईएस को हरा दिया और अब वह अमेरिका की सेना को और भी मज़बूत करेंगे. उनका कहना था की आतंकवाद से कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा.
हालांकि चुनावी नतीजे 5 नवंबर को सामने आ गए हैं, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव आधिकारिक रूप से 25 दिसंबर को होगा. उस दिन, चुने गए इलेक्टोरल वोटर्स अपने वोट दडालेंगे और इसके बाद 6 जनवरी को वोटों की गिनती की जाएगी. जो रिजल्ट सामने आएगा प्रेसिडेंट वो बनेगा और 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे.