Sport: क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है कि एफ्रो एशिया कप एक बार फिर से वापसी कर सकता है. यह टूर्नामेंट करीब 17 साल बाद फिर से आयोजित होने जा रहा है, और एक बार फिर से क्रिकेट की दुनिया में धमाल मचाने की तैयारी कर रहा है. इस टूर्नामेंट भारत और पकिस्तान के खिलाड़ी एक साथ खेलते हुए नज़र आ सकते हैं. अगर यह टूर्नामेंट फिर से शुरू होता है, तो क्रिकेट प्रेमियों के लिए ख़ास पल हो सकता है.
आइये जानते है क्या है एफ्रो एशिया कप
यह एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट है, जिसमें एशिया और आफ्रिका के बेस्ट खिलाड़ी एक साथ खेलते हैं. इसका आयोजन दक्षिण आफ्रिका में हुआ था. एफ्रो एशिया कप के पहले संस्करण में एशिया XI और आफ्रिका XI के बीच शानदार मुकाबले देखने को मिले थे. 2007 में भारत ने इस टूर्नामेंट की मेज़बानी की थी, जिसमें एशिया XI ने अफ्रीका XI को 3-0 से हराया था. इसके बाद 2009 में इसका तीसरा संस्करण खेलने की योजना थी, लेकिन उस समय यह टूर्नामेंट तकनीकी कारणों की वजह से नहीं हो सका. इस टूर्नामेंट का मकसद था, एशिया और आफ्रिका के क्रिकेटरों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना और दोनों महाद्वीपों के खिलाड़ियों को एक साथ खेलने का अवसर देना और यह क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए एक बड़ा आकर्षण बनता है.
हाल ही में आफ्रिका क्रिकेट एसोसिएशन (ACA) के अंतरिम चेयरमैन तावेंगा मुकुलानी ने बताया है कि इस टूर्नामेंट को दोबारा शुरू करने के लिए बातचीत चल रही है. और यह भी कहा कि इस टूर्नामेंट के आयोजन से न केवल क्रिकेट को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि दोनों पक्षों के लिए आर्थिक दृष्टि से भी यह फायदेमंद साबित होगा. एशिया क्रिकेट काउंसिल और आफ्रीकी क्रिकेट संघों से भी इस बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.
एफ्रो एशिया कप के आयोजन से क्रिकेट फैंस को वह एतिहासिक पल भी देखने को मिल सकता है, जब भारत पाकिस्तान के खिलाड़ी एक टीम में खेलते हुए नज़र आएंगे. पिछले डेढ़ दशकों में दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय सिरीज़ नहीं खेली गई है. लेकिन इस टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान दोनों के खिलाड़ी एक ही टीम का हिस्सा बन सकते हैं. ऐसे में अगर बाबर आज़म और विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ी एक टीम में खेलते हैं, तो यह क्रिकेट जगत के लिए बेहद ख़ास पल होगा. यह टूर्नामेंट न सिर्फ खेल के स्तर को ऊँचा करेगा, बल्कि क्रिकेट की दुनिया को और भी रोमांचक बना देगा.