New Delhi: राहुल गाँधी ने पार्लियामेंट में बीजेपी सरकार को धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की बात कह कर भरपूर हमला बोला। लोकसभा में विपक्षी पार्टी राहुल गाँधी ने अपने भाषण से सबको चौका दीया।
10 साल के बाद पहली बार ऐसा नज़ारा देखने को मिला कि जब एक मज़बूत अपोजीशन ने अपनी बात पूरी ताक़त और इमानदारी से रखी।
राहुल गांधी ने हजरत मुहम्मद (स), शिवजी, गुरु नानक, ईसा मसीह और महा वीरजी को शामिल करते हुए कहा की उनकी ही शिक्षा से उन्होंने सच्चाई, इमानदारी और निडरता सीखी है।
साथ ही उन्होंने पवित्र कूरान की एक आयत का भी उल्लेख किया और कहा कि इसमें कहा गया है ”डरो मत, मै तुम्हारे साथ हूं।” मैं सुन रहा हूँ और देख रहा हूँ।
बतादें कि मुस्लिम समुदाय की ओर से यह शिकायत की जा रही थी की कांग्रेस देश में अल्पसंख्यकों और खासकर मुसलमानों के खिलाफ हो रही नफरत और हिंसा के बारे में बात करने से बचती है।
राहुल ने मोदी और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी के लोग जो खुदको हिन्दू बोलते हैं वह हर वक़्त नफरत और हिंसा की बात करते हैं। वह हिन्दू हैं और न ही हिन्दू धर्म के ठेकेदार हैं।
बीजेपी पर मुसलमानों, सिक्खों और ईसाईयों जैसे धर्म को निशाने बनाने का आरोप लगते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग देशभक्त हैं और उन्होंने ने ज़िन्दगी के अलग अलग मोड़ पर देश के लिए योगदान दिया है और वह इस बात से गर्व भी करते हैं।