Patna: भारत के रणनीतिकार प्रशांत किशोर, जिन्हें आम बोलचाल में ‘पीके’ के नाम से जाना जाता है, भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण सख्शियत बन चुके है. उन्होंने चुनावी रणनीतिकार के रूप में अपनी भूमिका बनाने के बाद अब एक राजनीतिक नेता के रूप में अपने कदम रखे हैं. आइये जानते हैं प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के बारे में.
प्रशांत किशोर का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता श्रीकांत पांडे एक चिकित्सक और माता सुशीला पांडे एक गृहिणी थीं. किशोर की शादी असम के गुवाहाटी की रहने वाली चिकित्सक जहान्वी दास से हुई है जिनसे उनका एक बेटा है. पहले वह एक प्रमुख राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में काम करते थे, और कई राजनीतिक दलों के लिए चुनावी अभियानों में अहम भूमिका निभाई.
प्रशांत किशोर का पहला बड़ा राजनीतिक अभियान 2011 में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए था, जब उन्होंने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने में मदद की थी. इसके बाद, 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने BJP के लिए रणनीति बनाई, जिससे भाजपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ. इसके बाद वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी काम करते रहे और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस, आप, डीएमके, वाईएसआरपीसी, तृणमूल कांग्रेस और कई अन्य दलों के लिए रणनीति बनाई है. 2022 में उन्होंने ‘जन सुराज’ अभियान की शुरुआत की, जो बिहार के हर ज़िले में पदयात्रा करने पर आधारित था. इस यात्रा के दौरान वह बिहार की जनता से मिलकर उनके मुद्दों और समस्याओं को समझने की कोशिश कर रहे थे.
2 अक्टूबर 2024 में उन्होंने जन सुराज को एक औपचारिक राजनीतिक पार्टी “जन सुराज पार्टी” के रूप में स्थापित किया. यह पार्टी बिहार की शिक्षा प्रणाली को सुधारने और राज्य के समग्र विकास के उद्देश्य से बनाई गई है. इस पार्टी के गठन के बाद, इसका उद्देश्य बिहार की जनता की आवाज़ को संसद और विधानसभा पहुंचाना है.
जन सुराज पार्टी के तीन मुख्य लक्ष्य है:
- ज़मीनी स्तर पर सही व्यक्तियों की पहचान करना और उन्हें लोकतांत्रिक मंच पर लाना.
- स्थानीय समस्याओं और अवसरों को समझना और इसके आधार पर शहरों और पंचायतों की प्राथमिकताएं तैयार करना.
- बिहार के समय विकास के लिए दस महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेषज्ञों और समुदाय के सुझावों के साथ विज़न दस्तावेज़ तैयार करना, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, कृषि, उद्योग और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे शामिल हैं.
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का फोकस पूरी तरह से बिहार के नागरिकों की भलाई पर होगा. उन्होंने मनोज भारती को पार्टी के पहले कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पेश किया. जब सुराज पार्टी अब आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है.