Delhi: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आज सुबह 7 बजे से जारी है. दिल्ली की 70 सीटों के लिए 13,766 पोलिंग स्टेशनों पर वोटिंग हो रही है, जो शाम 6 बजे तक चलेगी. शुरूआती घंटों से ही पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं. चुनाव आयोग के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, सुबह 11 बजे तक 19.95% मतदान हो चुका है, जिसमें सबसे ज़्यादा 24.87% वोटिंग नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में दर्ज की गई है. यह इलाका भाजपा सांसद मनोज तिवारी का संसदीय क्षेत्र है.
दिल्ली की सियासतं की गर्मी चुनावी मैदान में साफ़ नज़र आ रही है. देश की प्रतिष्ठित हस्तियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उपराज्यपाल वीके सक्सेना, विदेश मंत्री एस जयशंकर, आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई बड़ी हस्तियों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
मतदान के बाद प्रियंका गांधी ने जनता से अपील करते हुए कहा, ‘दिल्ली के लोगों से अनुरोध है कि अपने घरों से बाहर निकलें और वोट डालें. यह आपका संवैधानिक अधिकार है और इसे ज़रूर निभाएं’. वहीं, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मतदान को ‘महान दान’ बताया और कहा, ‘यह लोकतंत्र की नींव है और इससे बड़ा कोई अधिकार नहीं’.
दिल्ली चुनावी रणभूमि में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP). भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (INC) ने अपनी ताकत झोंक दी है. रैली, जनसभाओं, रोड शो और डोर-टू-डोर कैपेन के ज़रिए मतदाताओं तक पहुंचने की हर संभव कोशिश की गई. चुनावी माहौल में गर्मजोशी बनी हुई है, और सभी दल अपने-अपने मुद्दों पर ज़ोर दे रहे हैं.
दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं, और बहुमत के लिए 36 सीटों की ज़रूरत है. आम आदमी पार्टी 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज कर चुकी है, लेकिन इस बार भाजपा और कांग्रेस भी मज़बूती से चुनावी मैदान में हैं. भाजपा केंद्र सरकार की योजनाओं और राष्ट्रीय मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं कांग्रेस अपने पारंपरिक वोट बैंक को साधने में जुटी है.
दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से मिल रही रिपोर्ट्स के अनुसार, लोगों में ज़बरदस्त जोश देखने को मिल रहा है. खासतौर पर युवा और पहली बार वोट डालने वाले मतदाता बड़ी संख्या में पोलिंग बूथ पहुँच रहे हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चुनाव आयोग ने कड़े इंतज़ाम किए हैं. कई जगहों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है ताकि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हो सके.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. 7वीं विधानसभा का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो जाएगा, और नई सरकार का गठन उससे पहले किया जाएगा. देश के लोकतंत्र को मज़बूत बनाने के लिए ज़रूरी है कि हर नागरिक अपने मताधिकार का इस्तेमाल करे. याद रखें, आपका एक वोट बदलाव ला सकता है.