New Delhi: इसी महीने 18 जून 2024 को UGC-NET की परीक्षा हुई थी, जिसको रद्द कर दिया गया है। शिक्षा मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है कि यूजीसी नेट परीक्षा में गड़बड़ी की खबर थी इस लिए NET की परीक्षा को रद्द किया गया है और सीबीआई से जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।
शिक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि परीक्षा के अगले दिन यूजीसी को परीक्षा से संबंधित कुछ जानकारी प्राप्त हुई और मिली जानकारी के अनुसार प्रथम दृष्टि गड़बड़ा पाई गई है। NET की परीक्षा रद्द होने के बाद 11 लाख 21 हज़ार 225 छात्रों को फिर से यह परीक्षा देनी होगी।
2018 से ही UGC NET परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है। पहले यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित होती थी लेकिन इस साल एनटीए ने पेपर आधारित परीक्षा का फैसला किया था, लेकिन NET की परीक्षा में गड़बड़ी और NEET का पेपर लीक होने से देश भर में हंगना है।
राजनीतिक दल भी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि
जी, आप “परीक्षा पर चर्चा” तो बहुत करते हैं, “NEET परीक्षा पर चर्चा” कब करेंगे? UGC-NET परीक्षा को रद्द करना लाखों छात्र-छात्राओं के जज़्बे की जीत है। ये मोदी सरकार के अहंकार की हार है जिसके चलते उन्होंने हमारे युवाओं के भविष्य को रौंदने का कुत्सित प्रयास किया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री पहले कहते हैं कि NEET में कोई पेपर लीक नहीं हुआ। जब बिहार, गुजरात व हरियाणा में शिक्षा माफ़िया की गिरफ़्तारियाँ होती हैं, तो शिक्षा मंत्री मानते हैं कि कुछ घपला हुआ है ! NEET की परीक्षा रद्द कब होगी? मोदी जी, NEET परीक्षा में भी अपनी सरकार की धाँधली व पेपर लीक को रोकने की ज़िम्मेदारी लीजिए !
प्रियंका गांधी ने लिखा कि
भाजपा सरकार का लीकतंत्र व लचरतंत्र युवाओं के लिए घातक है। NEET परीक्षा में हुए घपले की खबरों के बाद अब 18 जून को हुई NET की परीक्षा भी गड़बड़ियों की आशंका के चलते रद्द की गई। क्या अब जवाबदेही तय होगी? क्या शिक्षा मंत्री इस लचरतंत्र की जिम्मेदारी लेंगे?
अखिलेश यादव ने लिखा कि
… और अब गड़बड़ी की ख़बर के बाद UGC- NET की परीक्षा भी रद्द कर दी गयी है। भाजपा के राज में पेपर माफ़िया एक के बाद एक, हर एग्ज़ाम में धांधली कर रहा है। ये देश के ख़िलाफ़ किसी की बड़ी साज़िश भी हो सकती है। गहरी बात समझिए: – पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो क़ानून-व्यवस्था नहीं सुधरेगी। जिससे देश-प्रदेश में अशांति और अस्थिरता बनी रहेगी। – NEET की परीक्षा में घपला होगा तो ईमानदार लोग डॉक्टर नहीं बन पाएंगे और देश के लोगों के इलाज के लिए भविष्य में डॉक्टरों की कमी और बढ़ जाएगी और बेईमान लोग, जनता के जीवन के लिए ख़तरा बन जाएंगे। – UGC-NET परीक्षा न होने से, पहले से शिक्षकों की जो कमी चली आ रही है, उसमें और भी ज़्यादा इज़ाफ़ा होगा। शिक्षकों की कमी से देश के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न होगी, जो कालांतर में देश के लिए बेहद घातक साबित होगी। इन सबसे प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी। ये हमारे देश के शासन-प्रशासन व देश के मानव संसाधन के विरूद्ध कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र भी हो सकता है, जिसके दूरगामी नकारात्मक परिणाम निकलेंगे। इसीलिए कोर्ट की निगरानी में इसकी कठोर जाँच हो और दोषियों को कठोरतम सज़ा दी जाए, और कोई भी अपराधी छोड़ा न जाए, फिर वो चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो या फिर उसके सिर पर सत्ता का हाथ ही क्यों न हो। लोग कह रहे हैं जो भ्रष्ट लोग कोरोना के वैक्सीन में चुनावी चंदे के नाम पर पीछे से करोड़ों रूपये खा सकते हैं, वो भला परीक्षा-प्रणाली को क्या छोड़ेंगे।
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने लिखा कि
2 साल में 2 करोड़ युवाओं की ज़िंदगी “पेपर लीक” के कारण बर्बाद हो चुकी है। कभी UP Police भर्ती कभी NEET अब UGC, BJP ने देश को “पेपर लीक” देश बना दिया है। क्या आपको ग़ुस्सा नहीं आता? आप बार-बार मोदी जी को वोट देते हैं मोदी जी आपको “पेपर लीक” का चोट देते हैं।
आपको बता दें कि नेट की परीक्षा हर साल दो बार आयोजित की जाती है। एक जून में और दूसरा दिसंबर में. और इसमें दो पेपर की परीक्षा होती है। एक सामान्य ज्ञान का पेपर है जबकि दूसरा मुख्य विषय का पेपर है। पहले पेपर के लिए 50 प्रश्न और दूसरे पेपर के लिए 100 प्रश्न निर्धारित हैं। कुल 150 प्रश्नों के दो पेपर तीन घंटे में पास करने के बाद अभिरथी उच्च शिक्षा में शिक्षक बनने के लिए योग्य माना जाता है। प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होता है। इस परीक्षा में कोई माइनस मार्किंग नहीं है। परीक्षा को देने के लिए एमए पास करना जरूरी है। और इसमें कम से कम 55% मार्क्स प्राप्त करना आवश्क है।