प्रतापगढ़: 8 जून को प्रतापगढ़ के सोनपुर गांव में मौलाना फारूक की कुल्हाड़ी से मार कर हत्या कर दी गई थी। मौलाना जमियत उलेमा के ज़िला महासचिव थे और प्रतापगढ़ में ही एक मदरसा चलाते थे। घटना के बाद से ही APCR की टीम मौलाना के करीबियों के संपर्क में बनी हुई है।
कल APCR उत्तर प्रदेश की टीम ने मौलाना फारुक के घर जाकर केस से सम्बंधित जानकारी ली। उनके बेटों ने बताया कि इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो अभी भी फरार हैं। गिरफ्तार हुए आरोपियों के नाम चंद्रमणि तिवारी, सीता देवी पत्नी चंद्रमणि तिवारी, देवी प्रसाद पांडेय हैं।
मौलाना फारुक के बड़े बेटे मौलाना मामून ने बताया कि ख़बर मिली है कि आरोपियों को छुड़ाने के लिए हिंदू संगठन के लोग चंदा इकठ्ठा कर रहे हैं और दो आरोपियों को भी संरक्षण दे रखा है। मौलाना के परिवार ने कहा कि हमें इस केस में APCR की ज़रूरत पड़ेगी। APCR ने मौलाना के परिवार से केस में हर तरह के सपोर्ट का वादा किया।
APCR की टीम में अधिवक्ता उमर खालिद, मोहम्मद मुजम्मिल, फहीम अहमद, ज़िशान अहमद और नोमान अहमद शामिल रहें।